देखेंगे कि कैसे रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने दोबारा से 25 बेसिस प्वाइंट से अपनी रे कोरे कोरे उसका भी एक तरह से अब जो रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की रेपो रेट है। अभी से फायदा क्या हुआ जितने भी लोगों ने लोन ले रखा है और सबसे ज्यादा तो फायदा होता है। जिन भी लोगों ने होम लोन ले रखे ना उनकी ब्याज दरें का मुझे सारा कुछ इस वीडियो में बताऊंगा। रेपो रेट की है और लोन लेने वालों को पीटने से कैसे इसका फायदा मिलेगा। इसके अलावा हम टैरिफ को भी डिस्कस करेंगे कि अभी जो डोनाल्ड ट्रंप में मदद करें से यूएस के प्रेसिडेंट ने जो टैरिफ रिसिप्रोकल टैरिफ लगाएं, जिसके अंदर चाइना की तो इतने से कमर तोड़कर रख दी। चाइना के ऊपर तो 104 परसेंट की रेसिप रूकल टैरिफ लगा दी।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया RBI ने अपनी रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है
- इंडिया के ऊपर 26% की और भारत के 2 पड़ोसी देश है। जैसे पाकिस्तान पर 29% पर 29% के बांग्लादेश में 37% की और बेचने पर 40% टीम इंडिया के ऊपर को कर सकेंगे। सबसे ज्यादा कमर तू है चाइना की थोड़ी थोड़ी दिन पहले हमने।
- बात की थी कि डोनाल्ड ट्रंप लेना समुंद्र मंथन का काम शुरू कर दिया और इसमें से जो अमृत निकलेगा ना अभी तक तो थोड़ी को तमीज नहीं लग रही है कि उसका सबसे ज्यादा बेनिफिट इंडिया कौन है भाई, लेकिन हाल फिलहाल तो 26 परसेंट करे।
रेपो रेट घटने का सबसे बड़ा फायदा होम लोन लेने वालों को होता है
अगर मालूम हम रेपो रेट को नहीं कटा देना तो हमारी जीडीपी भी लुढ़क के नीचे आजा जीडीपी नीचे ना लुढ़के। इसी वजह से हम ने रेपो रेट को घटाएं। सब कुछ आराम से डिस्कस करेंगे। हां रे पूरी घटाने की वजह से आप सबसे ज्यादा जो बेनिफिट है, वह होम लोन जिन्होंने ले रखा है ना उनको सबसे ज्यादा बेनिफिट हो जाएगा क्योंकि आप जो होम लोन की ब्याज दरें हैं, वह कम हो जाएगी। यदि अगर मान लो किसी का एक करोड़ का उसकी मान के चलो उदाहरण के तौर पर हर महीने ₹90000 की 1 रहस्यमई जाट के पास दो ऑप्शन आ जाएंगे। पहला जाएगा कि ठीक है माल उसका लोन ले सकूं। 25 साल का लोन पेंडिंग है। उसके पास ही आ जाएगा कि 90000 की ही किस पर मरते रहो और आपका जो लोन का टेंडर है, वह घटकर 19 साल रह जाएगा।
ब्याज दर घटने से EMI कम हो जाती है
दूसरा यह कि 20 साल तक ही किस करो।रात के ₹85000 पर आ जा रहे हैं। उनसे होने पर मैं आपको दा हिंदू का ही बहुत अच्छा यह स्क्रीनशॉट दिखाता हूं जो शुरू में साल 2019 में हमारे देश में रेपो रेट चल रही थी। 5.15 – 2 साल चार पर्सेंट को बड़ा करके। क्या हाल फिलाल फरवरी में पहले रिड्यूस कि 6:30 पर्सेंट से 25% की फिर उसके बाद अभी रिसेंटली आज की डेट में जनीलू अप्रैल के दिन इस रेपो रेट को घटाकर क्या कर दिया है। अब आप को समझा दो कि होम लोन से कैसे लोन उठा लो, मैं कहता हूं। एसबीआई से जो मेरा होम लोन है वह 8.5% पर मेरे ले रखा है। मैंने आज से मान कर चलो कि 6 महीने पहले गया था। कितनी थी 6:30 पर्सेंट मेरे को होम लोन कितना मिला था। 8:30 पर्सेंट मिला था तो होता है। रेपो रेट उस टाइम कितनी चल रही थी।
अगर रेपो रेट 6.30% है और बैंक 2% मार्जिन लेता है लोन 8.30% पर मिलता है।
6:30 पर्सेंट चल रही थी और मार्जिन ज्ञानी बैंक अपना प्रॉफिट क्या लेकर चल रहे हैं तो दो पर्सेंट स्टेट बैंक ऑफ इंडिया अपना प्रॉफिट लेकर चलता है तो दो पर्सेंट! का प्रॉफिट हो गया 6:30 पर्सेंट रेपो रेट इसीलिए मेरे को जो होम लोन मिला वह 8:30 पर्सेंट मेरा एसबीआई से लोन ब्याज दर से जिस रेट ऑफ इंटरेस्ट आरबीआई ने एसबीआई को पैसे दिए पूरे पूरे टू कहने का मतलब हम इसे आसान भाषा में यह भी 6:30 परसेंट में दो एसबीआई खुद ही रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से पैसा लेकर के आया और उसने मेरे को आगे। तो 6:30। एसबीआई खुद ही पैसा ला रहा है। उसके पास दो परसेंट तो अपना कहीं ना कहीं प्रॉफिट रखेगा। इसीलिए मेरे को होम लोन मिला 8:30 पर्सेंट लेकिन अब उसके बाद क्या हुआ फरवरी में रेपो रेट 2% हो गई है।
रेपो रेट घटने से लोन की ब्याज दर भी घटकर 8.00% हो जाती है।
अगर यह व्यक्ति जो 8:30 पर्सेंट पर लोन लाया था, अब इसका जो होम लोन वो कितना हो जाएगा। रेपो रेट कितनी हो गई, अब तो पक रहा है जिसका लोन है वह 8:30 पर्सेंट से घटकर कितना हो जाएगा। 8% जहां से रेपो रेट घटने की वजह से आपके जो होम लोन रेट ऑफ इंटरेस्ट रेट ऑफ इंटरेस्ट ज्यादा पिछले दो महीनों के अंदर अंदर आधार होम लोन का रेट ऑफ इंटरेस्ट घटा है तो आप समझो किसी के जो बड़े-बड़े लोगों से जो भी लगा लो उसकी ईएमआई में बहुत फर्क आएगा। अगर वही हमारी सिम लगता है तो वह होम लोन को जल्दी।
लोग ज्यादा खर्च करें ताकि बाजार में पैसे का फ्लो बढ़े।
जी हम देखेंगे कि क्या मालूम कि समझना हमारे एग्जांपल में पहले जहां मेरे को लोन 8:30 परसेंट पर मिल रहा था। आज से 6 महीने पहले आज वही होम लोन मेरे को 8% में मिल रहा है क्योंकि रेपो रेट 6:30 पर्सेंट कि आज 6:00 पर्सेंट पर भी ऐसा क्यों करता है। आरबीआई रेपो रेट को हज की गई। घटा क्यों रहा है क्यों क्योंकि आ गया। यह चाहता है कि देश में इन्फ्लेशन आए थोड़ी बहुत देश में थोड़ी बहुत महंगा जाए। देश में लोग खर्चा करें। लोग खर्चा करेंगे तभी तो हमारी जीडीपी ऊपर जाएगी। आप समझ कर बात को आगे की इंटेंशन इस वक्त यह है कि देश में कंजक्शन बड़े लोग पैसा खर्च करें और पैसा खर्च करने के लिए हमारे हाथों में भी तो पैसा होना चाहिए।
रेपो रेट घटाने का उद्देश्य जीडीपी की ग्रोथ को बनाए रखना है।
अभी तक रेट ऑफ इंटरेस्ट मार लो 8:30 पर्सेंट है तो आप मैं यह बहुत सारे लोग ही सोचते थे कि अभी ब्याज दरें बहुत महंगी है। होम लोन की क्या फायदा अभी बैंकों से जाकर कितनी महंगी ब्याज दरों पर होम लोन लेने का हो सकता है कि 100 में से 20 लोग रुक जाते हैं कि यार अभी हम लोग बहुत महंगे हैं, हम नहीं लेते। अब अगर मान लो। 100 में से 20 लोग रुक गए। मालू जी को ने होना था। ऐसे में मार्केट में पैसा आज ही नहीं पाया। ना मार्केट में पैसा नहीं आया तो आगे हमने पैसा खर्च भी नहीं किया। अब हुआ क्या अब रेपो रेट घट गई रेपो रेट साढे आठ परसेंट से घटिया बात। थोड़ा रुक जाते हैं। अब इन लोगों के दिमाग की बत्ती चली होगी। इन लोगों ने भी सोचा होगा।
जब ब्याज दरें कम होती हैं तो ज्यादा लोग होम लोन लेने को तैयार होते हैं।
चलो बैंक जाकर और बैंक से कर्जा लेकर आते हैं। होम लोन लेकर आ कुछ प्रोजेक्ट स्टार्ट कर दे। अब इनके हाथ में पैसा आ गया। अब यह होम लोन लाए हैं तो वैसी बात आगे पैसा भी खर्चे पर खर्चा करेंगे तो इससे होगा। क्या मार्केट में पैसे का फ्लोर आ जाएगा। मालूम है ने भी होम लोन ले लिया। आपने भी होम लोन ले लिया तो आपके पास पैसा आया। मेरे पास पैसा आया। हमने घर बनाना शुरू किया तो कोई सामान लिया है। तो मार्केट में पैसे का फ्लोर पड़ गया ना पैसे का प्रॉब्लम सरिया सरिया वाले के पास पैसे वाला कपड़े लेकर आए हो सकते नहीं गाड़ी लेकर आ गई। मार्केट में पैसा आ गया। यही तो आ रहा था। अब प्रॉब्लम क्या है? रेपो रेट कट क्यों रहा है? मैंने अभी आपको स्टार्टिंग में क्या बताया
लोगों के पास पैसा आने से बाजार में मांग और खरीदारी बढ़ती है।
कि इंडिया के ऊपर 26 परसेंट की रोक लगा दी। अभी तक कोई सामान अगर ₹100 मे यूएसए की मार्केट में बिक रहा था। वह सामान अब ₹126 में यूएसए की मार्केट में दी गई इससे।